Wednesday, October 6, 2010

Na jaane aaj.....

न जाने आज, दिल बहुत खुश है
कल की चिंता नहीं, कल का गम नहीं,
बस आज की लहरों में बहा जा रहा हूँ मैं

न जाने आज, हर गीत सुरीला है
गायकी में कशिश है, हर शब्द में एक कहानी 
संगीत के सागर में डूबा जा रहा हूँ मैं

न जाने आज, सब दोस्त अच्छे हैं
किसी में इर्षा नहीं, किसी से इर्षा नहीं
बस सबके गुण गाता चला जा रहा हूँ मैं

न जाने आज, बहुत अच्छी नींद आयी है
दिल पर बोझ नहीं, किसी की सोच नहीं
इन बादलों में तैरता चला जा रहा हूँ मैं

कल तो ऐसा न था, कल शायद ऐसा न हो
क्यों न आज जी भर के जी लूं
बरसों से आँखे मूँद जिया जा रहा हूँ मैं